परीक्षाओं में गड़बड़ी के 35 मामले और दर्ज करेगी एसटीएफ


भोपाल(सुनीत सक्सेना)। व्यापमं महाघोटाले में लंबित शिकायतों की जांच कर रही स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) चयन एवं भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी के मामले में जल्द ही करीब 35 एफआईआर और दर्ज करेगी। इन शिकायतों की जांच अंतिम चरण में है। एसटीएफ पिछले एक हफ्ते में पीएमटी में नौ और सिपाही भर्ती परीक्षा में एक एफआईआर दर्ज कर चुकी है। 


व्यापमं परीक्षा महाघोटाले में दर्ज एफआईआर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एसटीएफ से सीबीआई को ट्रांसफर कर गई थीं। सीबीआई ने 2015 में सभी मामले लेने के बाद नए सिरे से एफआईआर दर्ज कर इस घोटाले की जांच शुरू की थी। कोर्ट के आदेश पर सीबीआई को सिर्फ एसटीएफ में दर्ज एफआईआर ट्रांसफर की गई थी। इसके बाद एसटीएफ में परीक्षाओं में गड़बड़ी की 197 शिकायतें लंबित थीं। गृहमंत्री के आदेश पर पांच माह से एसटीएफ लंबित शिकायतों की जांच कर रही थी। लंबित शिकायतों में पीएमटी, संविदा शिक्षक, वन रक्षक, जेल प्रहरी, परिवहन आरक्षक, सिपाही, सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा शामिल हैं।


पीएमटी में नौ और सिपाही भर्ती में एक एफआईआर हो चुकी है
एसटीएफ 2004 से 2012 के बीच हुई परीक्षाओं की कर रही है जांच...एसटीएफ ने जांच में 2004 से 2012 के बीच हुई परीक्षाओं में गड़बड़ी वाली शिकायतों को शामिल किया है। इसमें पीएमटी में गड़बड़ी की शिकायतें ज्यादा हैं।


नहीं मिल रहे कई मामलों में साक्ष्य
एसटीएफ एसपी राजेश सिंह भदौरिया का कहना है कि 197 लंबित शिकायतों की जांच की तो इसमें 75 से 80 शिकायतों में साक्ष्य नहीं मिले। 50% शिकायतें ऐसी थीं, जिनमें अपराध दर्ज हो चुका था। स्क्रूटनी के बाद लगभग 45 से 50 शिकायतों की जांच चल रही है।


दो स्तर पर हुई गड़बड़ी
परीक्षा केंद्रों पर इनविजिलेटर की लापरवाही के कारण मूल उम्मीदवार के स्थान पर स्कोरर परीक्षा में शामिल हुआ। वहीं काउंसिलिंग के दौरान डीएमई और मेडिकल कॉलेजों की लापरवाही के चलते फर्जी उम्मीदवारों ने फर्जी मूल निवासी प्रमाण-पत्र देकर मप्र कोटे की सीटों पर दाखिला ले लिया।