महिलाओं को भा रहा पिंक पास, कंडक्टरों के व्यवहार से नाराजगी, कुछ बुजुर्गों ने पूछा- सरकार को 5 साल तक याद क्यों नहीं आई

नई दिल्ली मतदान की तारीख जैस-जैसे पास आ रही है, चुनावी पारा ऊपर की ओर भाग रहा है। भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं। दोनों पर एक दूसरे  की फ्री योजनाओं की काट तलाशने का दबाव स्पष्ट दिखाई देता है। आप ने डीटीसी बसों में महिलाओं के लिए पिंक पास के माध्यम से मुफ्त यात्रा का प्रबंध किया था। वहीं, बुजुर्गों के लिए मुफ्त तीर्थ यात्रा योजना शुरू की थी। भास्कर ने इन दोनों योजनाओं को लेकर लोगों के मिजाज को भांपा।


पिंक पास


पिंक पास योजना पिछले साल 29 को अक्टूबर को भाई दूज के दिन शुरू की गई। इसके तहत डीटीसी, क्लस्टर, एसी, नॉन एसी बसों में मुफ्त सफर किया जा सकता है।



योजना मार्च के बाद भी चलने पर शक


महिलाओं का मूड जानने के लिए हम बस यात्रा पर निकले। दोपहर के 1 बजे हैं। हम आश्रम बस स्टॉप से महरौली जा रही डीटीसी की बस में सवार हो जाते हैं। बस से पिंकी गौर गौतमपुरी जा रही हैं। उनसे सवाल किया- आप सरकार की पिंक पास योजना के बारे में आपकी क्या राय है। पिंकी कहती हैं, ‘जहां लोगों को फायदा मिलेगा लोग वहां जाएंगे। सामने की सीट पर बैठीं लक्ष्मीपुरी निवासी कमलेश से सवाल करते, इसके पहले ही उन्होंने बोलना शुरू कर दिया, जो लोग अफोर्ड नहीं कर सकते उनके लिए यह योजना अच्छी है। लेकिन यह योजना मार्च के बाद भी चलेगी इसमें हमें डाउट है।’चुनाव में इसका केजरीवाल को कितना फायदा मिलेगा इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। वह वजह भी बताती हैं, ‘कई कंडक्टर महिलाओं से बुरा बर्ताव करते हैं।


तीर्थ यात्रा


दिल्ली सरकार बुजुर्गों को हरिद्वार, ऋषिकेश, वैष्णो देवी, पुरी, रामेश्वरम समेत 12 तीर्थ स्थलों की यात्रा करवा रही है। अब तक 40 हजार से अधिक बुजुर्ग तीर्थ यात्रा कर चुके हैं।


दिल्ली का हर नागरिक समझदार है


केजरीवाल नेे खुद को श्रवण कुमार बताया था। उनका इशारा बुजुर्ग तीर्थ यात्रा योजना की ओर था। बस में बैठे सकरपुर निवासी जगदीश पांडे (60) एक कंपनी में एडवाइजर हैं। तीर्थ यात्रा योजना पर वह बोले- ‘यह योजना वोट बैंक के लिए है। जनता जो टैक्स सरकार को दे रही है, उसी से सब फ्री बांटा जा रहा है। बस संगम विहार स्टाप पर खड़ी है, आरएन वशिष्ठ बस के गेट के पास खड़े थे। वह बोले, दिल्ली का नागरिक समझदार है। इस योजना से चुनाव में कुछ खास लाभ नहीं मिलने वाला। इस बीच खानपुर बस स्टाप आ जाता है। नीचे उतरे तो पास में ही नाई की दुकान पर कुछ बुजुर्ग बैठे थे। हास मोहम्मद (70) बोले- मेरे बेटे तीर्थ यात्रा पर गए थे। यह अच्छी योजना है। कारपेंटर प्रीतम सिंह (72) बोले- भैया मैं यात्रा पर तो नहीं गया लेकिन यह अच्छी पहल है।