सीएए / बंगाल में प्रदर्शन के दौरान झड़प में दो की मौत, पुणे में 250 से अधिक प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए

कोलकाता/पुणे. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में बुधवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर हो रहे प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के कारण दो लोगों की मौत हो गई। एक सीनियर पुलिस अफसर ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान दो गुटों के बीच झड़प हुई और यह धीरे-धीरे हिंसक हो गई। इसमें एक व्यक्ति घायल भी हो गया जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, पुणे में सीएए और एनआरसी को लेकर प्रदर्शन कर रहे 250 से अधिक प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।



महाराष्ट्र में बुधवार को कई संगठनों ने एनआरसी और सीएए को लेकर भारत बंद का आह्वान किया था। गुजरात के सूरत, झारखंड और आंध्र प्रदेश में भारत बंद का आयोजन किया गया था। इन तीन राज्यों में बंद को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मौलाना सज्जाद नोमानी ने बंद का आह्वान किया था। इसे कई संगठनों ने समर्थन दिया था।


मध्य प्रदेश में बंद का मिला-जुला असर


भारत बंद के आह्वान का मध्यप्रदेश में असर नजर नहीं आया, हालांकि पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर सभी आवश्यक कदम उठाए। शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए थे और डीआईजी इरशाद वली खुद स्थिति पर नजर रखे हुए थे। इसके अलावा जबलपुर, ग्वालियर, सागर, होशंगाबाद, रीवा, सीहोर, रायसेन और अन्य जिलों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार स्थिति सामान्य दिनों की तरह रही। बाजार भी खुले रहे। सभी 52 जिलों के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए थे।


8-9 जनवरी को 10 ट्रेड यूनियन ने बंद बुलाया था


इससे पहले, सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ में 8-9 जनवरी को 10 ट्रेड यूनियन और कई बैंकों के कर्मचारियों ने भारत बंद का आह्वान किया था। इस दौरान भी बंगाल में छिट-पुट हिंसक घटनाएं दर्ज की गई थी।


10 जनवरी से नागरिकता कानून देशभर में लागू


पिछले साल लोकसभा में बिल पास होने के बाद से ही पूर्वोत्तर समेत देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए थे हुए। इस दौरान कई लोगों की जान गई। केंद्र सरकार ने 10 जनवरी को गजट नोटिफिकेशन (राजपत्र में प्रकाशन) के जरिए इस कानून के लागू होने की अधिसूचना जारी की थी। 2014 में मोदी के सत्ता संभालने के बाद से यह अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन था।