भोपाल . राज्य सरकार द्वारा परिवहन माफिया के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन क्लीन के तहत चिह्नित किए गए बड़े बकायादार न्यू रॉयल स्टार ट्रांसपोर्ट की बस मंगलवार को पकड़े जाने पर खासा हंगामा हो गया। कंपनी के मालिक, ड्राइवर और उनसे जुड़े लोगों ने उड़नदस्ते के उप निरीक्षक के साथ गाली गलौच की और धक्का-मुक्की कर जब्त बस को यात्रियों सहित छुड़ाकर ले भागे। बाद में देवास रूट पर बीएनपी थाने की पुलिस द्वारा की गई घेराबंदी के बाद बस को जब्त कर लिया गया।
आरटीओ संजय तिवारी और उड़नदस्ता प्रभारी टीपीएस भदौरिया की टीम द्वारा मंगलवार को वाहन चैकिंग की जा रही थी। इस दौरान उप निरीक्षक विक्रम सिंह के साथ तैनात उड़नदस्ते ने कलेक्टोरेट के पास से जा रही न्यू रॉयल स्टार ट्रांसपोर्ट की इंदौर जा रही बस एमपी-08 पी 0951 को रोका था। कोहेफिजा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 343,353,294 एवं 34 के तहत प्रकरण दर्ज कराया है।
न्यू रॉयल स्टार ट्रांसपोर्ट...की सात बसें जब्त, छह पर 51 लाख 45 हजार बकाया
बस नंबर | कहां से कहां | वकाया टैक्स रुपए |
एमपी-41 एफ 0214 | भोपाल से तेंदूखेड़ा | 13 लाख 62 हजार |
एमपी-09 एफ 4033 | भोपाल से तेंदूखेड़ा | 16 लाख 18 हजार |
एमपी-04पीए 1199 | भोपाल से तेंदूखेड़ा | 4 लाख 68 हजार |
एमएच02एक्सए 0363 | भोपाल से तेंदूखेड़ा | 4 लाख 51 हजार |
एमपी41 पीए 0140 | भोपाल से देवरी | 8 लाख 38 हजार |
केए-19 सी 0741 | देवरी से भोपाल | 4 लाख 7 हजार |
कुल | 51 लाख | 45 हजार |
परमिट शर्तों... का कर रहे थे उल्लंघन
इस ट्रांसपोर्ट की छह बसों पर 51 लाख से ज्यादा का टैक्स बकाया है। चैकिंग में परमिट शर्तों के उल्लंघन, गलत रूट, ओवर लोडिंग के साथ मौके पर कोई दस्तावेज भी नहीं मिले। बस को जब्त कर सैनिक सुरक्षा के साथ रवाना किया गया। इसी दौरान स्वयं को न्यू रायल स्टार का मालिक बताने वाले अनीस एवं उसके साथियों ने रास्ते में उप निरीक्षक व स्टाफ के साथ गाली गलौच, धक्का-मुक्की कर बदसलूकी की। इसके बाद ड्राइवर नावेद मंसूरी के साथ अनीस एवं उसके साथी यात्री सहित बस को भगाकर ले गए, जिसे देवास में जब्त कर लिया गया।
सभी गाड़ियों का एक साथ जमा करना होता है टैक्स
ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की सख्ती के चलते हर ट्रांसपोर्टर को सभी गाड़ियों का वकाया टैक्स एक साथ जमा करना होगा। इसी नियम के चलते इस ट्रांसपोर्टर की सभी बसों को जब्त करने के आदेश छह जनवरी को ही आरटीओ ने उड़न दस्ता प्रभारी को दिए थे। उसी आदेश के तहत यह कार्रवाई की गई है।